Ajad Hind Fauj आज ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने अंग्रेजो का नींद हराम कर दिया था

Ajad Hind Fauj : आज 21 अक्टूबर 2023 हैं। ऐसे तो यह दिन भारत और पूरे विश्व के लिए कई चीजों के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन आज भारत के लिए यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिवस है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने इसी दिन 1943 को स्वतंत्र भारत का अस्थाई सरकार बनाया था। इस सरकार और आजाद हिंद फौज की स्थापना और स्वतंत्र भारत के अस्थाई सरकार के इतिहास का एक छोटा सा अंश इस लेख में दिया गया है।

Ajad Hind Fauj

सिंगापुर में हुई थी आजाद हिंद सरकार की स्थापना – Ajad Hind Fauj

बात यह है की वर्ष 1943 का समय था। इस समय भारत अंग्रेजों के ही अधीन था, लेकिन स्वतंत्रता के लिए बहुत से प्रयास किए जा रहे थें। इसी क्रम में नेताजी सुभाषचंद्र बोस जर्मनी से जापान के उपनिवेश सिंगापुर पहुंचे। वहां उन्होंने दिल्ली चलो और जय हिंद का नारा दिया।

साथ ही 21 अक्टूबर 1943 के दिन उन्होंने सिंगापुर में भारत के अस्थाई सरकार का भी गठन कर लिया था। इस सरकार का नाम आजाद हिन्द सरकार रखा गया। सुभाषचंद्र बोस इस सरकार के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और सेना अध्यक्ष तीनों थें। उनके इस सरकार को कुल नौ देशों का समर्थन भी प्राप्त था। समर्थन देने वाले देशों में जापान, जर्मनी, फिलिपिंस, कोरिया, चीन, इटली तथा अन्य थें। जापान ने इस सरकार को सैन्य सहायता तथा आधुनिक हथियार भी दिया। आजाद हिन्द फौज, आजाद हिंद सरकार का सैनिक था।

इस तरह आजाद हिन्द फौज का पतन शुरू हुआ

आजाद हिंद फौज के पतन का सबसे बड़ा कारण अमेरिका का जापान पर परमाणु बम गिराना है। ऐसे तो आजाद हिंद फौज ने अंग्रेजी सैनिकों को इंफाल और कोहिमा के क्षेत्र में कई बार हराया। लेकिन हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु हमले के कारण जापान अमेरिका के सामने हथियार डाल दिया था। जिससे आजाद हिंद फौज को कहीं से मदद नहीं मिल पाई।

साथ ही आजाद हिन्द फौज के खिलाफ लाल किला में मुकदमा भी चलाया गया। लेकिन यह देश में उल्टे क्रांति की लौ प्रज्वलित कर दिया। हमारे देश के स्वतंत्रता में आजाद हिन्द फौज और नेताजी सुभाषचंद्र बोस के योगदान को कभी नहीं भुला जा सकता है।

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